BNPL कंपनियां क्यों कड़े कर रही है लोन देने के नियम? FLDG नियमों में बदलाव का लोन अंडरराइटिंग पर पड़ा है क्या असर? नए नियम बैंकों और NBFCs पर के लिए क्यों हैं नुकसानदेह? जानने के लिए देखें ये शो.
छोटी कंपनियों की NCD पर ज्यादा ब्याज मिलता है. लेकिन ज्यादा ब्याज के चाहत में आप कहीं ऐसे कंपनी में पैसा न लगा दें जहां आपका पैसा डूब जाए.
आपको टार्गेट, रिस्क, अवधि, फंड मेनेजर का ट्रेक रिकॉर्ड, एक्सपेंस रेशियो, फंड का परफॉर्मस जैसे पहलुओं को ध्यान में लेना चाहिए.
Credit Rating: निवेशक को केवल अच्छी क्रेडिट रेटिंग वाले प्रोडक्ट में ही निवेश करने पर ही फोकस रखना चाहिए, फिर भले थोड़ा कम रिटर्न मिले.
Corporate FD: किसी कंपनी की FD में बैंक के मुकाबले ज्यादा जोखिम होता है. बैंकों में 5 लाख रुपये तक का डिपॉजिट सुरक्षित होता है.
Credit Risk Fund: अगर आपको लगता है कि आप ज्यादा जोखिम लेने को तैयार हैं तो आप अपने पोर्टफोलियो में ऐसे फंड्स को शामिल कर सकते हैं.
बॉन्ड में ट्रेडिंग करते समय आपको लिक्विडिटी, क्रेडिट रेटिंग, बॉन्ड यील्ड जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को समझना जरूरी है.